
ऑस्ट्रेलिया दौरे में 3-1 से टेस्ट सीरीज की हार और भारतीय टीम के ड्रेसिंग रूम में मनमुटाव की खबरों के बाद बीसीसीआई ने गाइडलाइन जारी की हैं। इसमें टीम में अनुशासन और एकजुटता बनाने के लिए 10 नए नियम बनाए गए हैं। इनके मुताबिक, बोर्ड ने निजी स्टाफ और खिलाडिय़ों के परिवार की मौजूदगी पर पांबदी लगाने का ऐलान किया है। खिलाड़ी सीरीज या टूअर के दौरान निजी फोटोशूट नहीं कर सकेंगे। बोर्ड ने सभी खिलाडिय़ों को दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए हैं। इतना ही नहीं, नियमों का पालन नहीं करने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी भी दी है। अगर कोई खिलाड़ी इसमें से किसी भी निर्देश का पालन नहीं कर पाता है, तो उसे चयन समिति के अध्यक्ष और मुख्य कोच से परमिशन लेनी होगी। कोई प्लेयर नियम तोड़ता है, तो बोर्ड उसे टूर्नामेंट्स, सीरीज और यहां तक की आईपीएल में भी नहीं खेलने देगा। इसके अलावा बोर्ड खिलाडिय़ों की सैलरी और उनका कॉन्ट्रेक्ट भी खत्म कर सकता है।
बोर्ड के नियम
1. फैमली के साथ ट्रैवल नहीं कर सकेंगे प्लेयर्स
पूरे टूअर के दौरान खिलाड़ी परिवार और पत्नियों के साथ सफर नहीं कर सकेंगे। खासतौर पर विदेशी दौरों पर यह नियम ज्यादा काम करेगा। 45 दिन से कम के टूअर के लिए परिवार और पत्नियां सात दिन साथ रह सकेंगी। यदि किसी प्लेयर को फैमिली के साथ या अलग से यात्रा करनी है, तो हैड कोच और सिलेक्शन कमेटी के चेयरमैन से अनुमति लेनी होगी।
2. घरेलू क्रिकेट खेलना ही होगा
भारतीय टीम के खिलाडिय़ों का डोमेस्टिक टूर्नामेंट में खेलना अनिवार्य कर दिया गया है। इतना ही नहीं, टीम के चयन में डोमेस्टिक टूर्नामेंट के प्रदर्शन को आधार माना जाएगा। यदि कोई खिलाड़ी किसी कारण से डोमेस्टिक क्रिकेट नहीं खेलता है, तो इसकी जानकारी बोर्ड को देनी होगी।