राज्यसभा में बजट चर्चा के दौरान सांसद राघव चड्ढा बने मिडिल क्लास की आवाज, रेलवे और प्रवासियों की समस्याओं पर भी उठाए सवाल*

नई दिल्ली, 11 फरवरी, 2025: मंगलवार को राज्यसभा में बजट चर्चा के दौरान आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा ने सरकार की नीतियों पर तीखा हमला बोला और मिडिल क्लास, रेलवे, और प्रवासी भारतीयों की समस्याओं को खुलकर सामने रखा। उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि सरकार मिडिल क्लास को आत्मा-रहित संरचना समझती है, जिसकी हड्डियों के ढेर पर चढ़कर पांच बिलियन डॉलर की इकॉनमी बनाना चाहती है।
मिडिल क्लास की हो रही अनदेखी, अमीरों के कर्जे हो रहे माफ
राघव चड्ढा ने अपने भाषण में कहा, “गरीबों को सब्सिडी और स्कीम्स मिल जाती हैं, अमीरों के कर्ज माफ कर दिए जाते हैं, लेकिन मिडिल क्लास को कुछ नहीं मिलता। सरकार सोचती है कि मिडिल क्लास के पास कोई सपने और अरमान नहीं हैं। इसे सोने का अंडा देने वाली मुर्गी समझा जाता है, जिसे बार-बार निचोड़ा जाता है।”
उन्होंने कहा कि अगर अर्थव्यवस्था बढ़ रही है, तो मांग भी बढ़ रही है, लेकिन यह मांग मिडिल क्लास से ही है जिसकी जेबें खाली हैं। जनगणना और सर्वेक्षण भी इस बात की पुष्टि करते हैं कि मिडिल क्लास के अपने सपने और अरमान होते हैं, और उनके बच्चों की आंखों में ख्यालों का आसमान होता है। उन्होंने कहा, “1989 में अमेरिका में फिल्म ‘हनी, आई श्रंक द किड्स’ आई थी, और 2025 में भारत में फिल्म बनेगी ‘हनी, आई श्रंक इंडियाज मिडिल क्लास’।”
सांसद राघव चढ्डा ने कहा, 87,762 करोड़ रुपये की अतिरिक्त धनराशि की मांग के लिए विधेयक का विनियोजन किया गया है। लेकिन यह राशि कहां से आएगी और इसका बोझ किस पर डाला जाएगा? उन्होंने कहा, “मिडिल क्लास वो वर्ग है जिससे हर बार वसूली की जाती है। नई संसद बनानी हो या अन्य खर्चे, सबकी भरपाई मिडिल क्लास से की जाती है।”