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आतंक के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में एकजुट होने की जरूरत

लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने कहा कि भारत आतंकवाद को बिलकुल बर्दाश्त नहीं करने की नीति का सख्ती से पालन कर रहा है। सभी देशों को इस वैश्विक लड़ाई में एकजुट होना चाहिए। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि आतंकवाद वैश्विक शांति, स्थिरता और मानवाधिकारों के लिए सबसे बड़ा खतरा है, ऐसे में इस खतरे को समाप्त करने के लिए सभी प्रगतिशील देशों को मिलकर संयुक्त रणनीति बनानी होगी। श्री बिड़ला ने ये टिप्पणियां पुर्तगाल की राजधानी लिस्बन में वहां की असेंबली के अध्यक्ष जोस पेड्रो अगुइर-ब्रैंको के साथ मंगलवार को द्विपक्षीय बैठक के दौरान कीं। श्री बिड़ला ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले का उल्लेख करते हुए कहा कि यह हमला भारत की प्रगति और सामाजिक सद्भाव में बाधा डालने के उद्देश्य से किया गया था, लेकिन भारतीय सुरक्षा बलों ने अपने साहस, शौर्य और बुद्धिमत्ता से इन दुर्भावनापूर्ण इरादों को विफल कर दिया।

उन्होंने यह भी कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर सैन्य अभियान के अंतर्गत भारत ने आतंकवादियों के ठिकानों को नष्ट कर इस खतरे का सफलतापूर्वक मुकाबला किया। श्री बिड़ला ने इस बात का उल्लेख किया कि भारत और पुर्तगाल के संबंध 500 वर्षों से भी अधिक पुराने हैं। ये ऐतिहासिक संबंध व्यापार और वाणिज्य तक ही सीमित नहीं है, बल्कि दोनों देशों के नागरिकों के बीच भी गहरा जुड़ाव है।

विदेश गए प्रतिनिधिमंडल से मिलेंगे पीएम मोदी

ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद के खिलाफ भारत का रुख दुनिया को बताने गए डेलिगेशन ग्रुप्स से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले हफ्ते मुलाकात कर सकते हैं। रिपोट्र्स के मुताबिक, पीएम मोदी सभी सात डेलिगेशन ग्रुप से नौ या 10 जून को मिलेंगे। इस दौरान डेलिगेशन अपने दौरे की रिपोर्ट प्रधानमंत्री को देंगे।

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