
चंडीगढ कांग्रेस के प्रदेश स्पोक्सपर्सन नरेंद्र चौधरी प्रदेश सचिव एवं ने एक बयान जारी करते हुए बताया कि लागतार हो रही वर्षा के कारण डंपिंग ग्राउंड की दुर्गंध ने कॉलोनीवासियों का सांस लेना दूभर किया हुया हैं। चौधरी ने बताया कि 20 दिसंबर 2019 को चंडीगढ़ की पूर्व सासंद व चंडीगढ़ के पूर्व प्रशासक ने 33 करोड़ के टेंडर वेस्ट माइनिंग प्रोजेक्ट की शुरुआत डंपिंग ग्राउंड पर एक कंपनी को अलाट करते हुए दादू माजरा डंपिंग ग्राउंड में उद्घाटन समारोह में कॉलोनी निवासियों के सम्बोधन में कहा था कि ये कचरे का पहाड़ 18 महीने में समाप्त कर दिया जाएगा। चौधरी ने कहा कि तय समय से लगभग 4 साल जायदा हो चुके है लेकिन डंपिंग ग्राउंड में कूड़े का पहाड़ जस का तस अपनी जगह पर खड़ा है।
चौधरी ने कहा कि चंडीगढ़ के रहनुमा सांसद मनीष तिवारी ने डंपिंग ग्राउंड के आस आसपास के लोगो की पीड़ा सुनी तो उन्होंने उनकी पीड़ा और डंपिंग ग्राउंड की समस्याओं को बड़ी गंभीरतापूर्वक संसद में उठाया और केंद्रीय राज्य मंत्री की और से आश्वासन मिला कि डंपिंग ग्राउंड जुलाई तक कचरा मुक्त कर दिया जाएगा लेकिन अब जुलाई के बाद अब कहा जा रहा है कि सितंबर तक खत्म किया जाएगा। वहीं, डंपिंग ग्राउंड से निकलने वाले लीचड़ के लिए उन्होंने एक गढ़ा खोदकर उसमें सारा लीचड़ इक_ा किया जा रहा है। इसके कारण आस आसपास का सारा सारा वातावरण दूषित हो रहा है और जिसके कारण भयंकर बीमारियां फैल रही है। 22 जुलाई को चंडीगढ़ नगर निगम की और से मीडिया छपी खबरों को देखकर हैरानी हुई कि उनकी और से खा गया कि 75 प्रतिशत डंपिंग ग्राउंड के कचरे को हटा दिया गया है जो तस्वीर प्रकाशित की वो बिल्कुल वास्तविकता से अलग थी नगर निगम मीडिया खबर प्रकाशित करके वाहवाही लूटना चाहता है।