अमरीकी ट्रैरिफ पर संसद में उबाल, विपक्ष के हंगामे के चलते दोनों सदनों की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित

नई दिल्ली
संसद में गुरुवार को बिहार वोटर वेरिफिकेशन और अमरीका के टैरिफ लगाने वाले मुद्दे पर खूब हंगामा हुआ। विपक्ष के हंगामे के चलते दोनों सदनों को शुक्रवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। लोकसभा और राज्यसभा तीन-तीन बार स्थगित हुईं। अमरीकी टैरिफ और बिहार में मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण को लेकर विपक्ष ने संसद के अंदर और बाहर विरोध-प्रदर्शन किया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने दो बार के स्थगन के बाद चार बजे तीसरी बार जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू की, विपक्षी दलों के सदस्य हंगामा और नारेबाजी करते हुए सदन के बीचोंबीच आ गए। हंगामे के बीच ही वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने अमरीकी टैरिफ पर संसद में बयान दिया और कहा कि भारत और अमरीका के बीच वार्ता जारी है, लेकिन भारत अपने घरेलू उद्योगों की रक्षा करेगा। श्री बिरला ने मंत्री का वक्तव्य पूरा होने के बाद शून्यकाल शुरू करते हुए सदन की कार्यवाही प्रारंभ की, लेकिन विपक्षी दलों के सदस्य हंगामा और नारेबाजी करते हुए सदन के बीचोंबीच आ गए।
अध्यक्ष बिड़ला ने सदस्यों से हंगामा नहीं करने और अपनी सीटों पर जाने का आग्रह किया, लेकिन किसी ने उनकी एक नहीं सुनी। हंगामा बढऩे लगा, तो श्री बिड़ला ने सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी। इससे पहले सुबह 11 बजे भी जैसे ही प्रश्नकाल शुरु हुआ तो सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया, जिसके कारण अध्यक्ष को दो बजे तक कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। फिर दो बजे जैसे ही सदन शुरु हुआ तो पहले की तरह ही हंगामा शुरू हो गया जिसके कारण सदन की कार्यवाही चार बजे तक स्थगित कर दी गई थी। उधर, राज्यसभा में विपक्षी दलों ने बिहार में मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण सहित विभिन्न मुद्दों पर गुरुवार को जोरदार हंगामा किया, जिसके कारण तीन बार के स्थगन के बाद सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। तीसरे स्थगन के बाद जब सदन साढ़े चार बजे पुन: समवेत हुआ, तो उपसभापति हरिवंश ने अमरीकी टैरिफ के संबंध में वक्तव्य देने के लिए वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल का नाम पुकारा। श्री गोयल के खड़े होते ही विपक्ष के सदस्य अपनी जगहों से उठकर आसन के निकट आकर नारेबाजी करने लगे। केंद्रीय मंत्री ने हंगामे के बीच ही अपना वक्तव्य सदन में रखा।