नहर पर बैरिकेड लगा कर रोका पानी, माधोपुर में गेट टूटने से रिहायशी इलाकों में जा घुसा था पानी

पठानकोट-पिछले एक सप्ताह से जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण पठानकोट जिले के अधिकांश इलाके जलमग्न हो गए थे। आज मौसम में सुधार होने के बाद लोगों को थोड़ी राहत मिली है। साथ ही जि़ला प्रशासन भी राहत कार्यों में जुट गया है। यह बात पंजाब के कैबिनेट मंत्री लाल चंद कटारूचक ने गुरुवार गाँव गुलपुर सिम्बली में यूबीडीसी नहर पर किए जा रहे बैरिकेडिंग कार्य का निरीक्षण करते हुए कही। गौरतलब है कि रणजीत सागर बांध में पानी अधिक होने के कारण रावी नदी में पानी छोडऩा पड़ा। जिसके कारण माधोपुर में लगा बैरिकेड टूट गया और पानी ओवरफ्लो होकर यूबीडीसी नहर में चला गया और नहर का पानी कई जगहों से रिहायशी इलाकों में घुस गया। आज राहत मिलने के बाद विभाग ने इस प्रभावित क्षेत्र में नहर पर बैरिकेड लगाकर पानी का बहाव रोक दिया। इस अवसर पर जानकारी देते हुए कैबिनेट मंत्री पंजाब लाल चंद कटारूचक्क ने बताया कि माधोपुर से पानी ओवरफ्लो होकर नहरों में चला गया। जिसके कारण यूबीडीसी नहर माधोपुर ब्यास लिंक नहर और कई अन्य नहरों में पानी की क्षमता बढ़ गई।
इस दौरान मोगा और गुलपुर सिंबली के पास नहर से निकलने वाली जल निकासी के कारण यूबीडीसी नहर का अधिकतर पानी रिहायशी इलाके में चला गया। जिस दौरान गुलपुर सिंबली, बाजीगर समुदाय का डेरा, समराला, सुकालगढ़ सभी गांव प्रभावित हुए थे उन्होंने स्वयं भी पिछले दिन क्षेत्र का दौरा किया था और लोगों द्वारा उन्हें बताया गया था कि पिछले 40 वर्षों से इस क्षेत्र में स्थित नहर में पानी नहीं आया है। उन्होंने कहा कि पानी की अधिक आवक के कारण नालियां और गेट टूट गए थे और नहर का पानी उपरोक्त गांवों के अंदर चला गया था। गुरुवार यहां तीन गेट बनाकर लगाए जा रहे हैं। और एक गेट की क्षमता लगभग 10.12 क्विंटल है। इसकी लाइफ लगभग 50 साल होगी। उन्होंने कहा कि गुरुवार तीन नदियों को रोक दिया गया है। अब इन गांवों को बाढ़ से नहीं जूझना पड़ेगा। इस अवसर पर अन्य लोगों के अलावा सर्वश्री पवन कुमार फौजी ब्लॉक अध्यक्ष, संदीप कुमार ब्लॉक अध्यक्ष, भूपिंदर सिंह कटारूचक्क और अन्य पार्टी कार्यकर्ता मौजूद थे।