पौंग डैम का घटा जलस्तर, होशियारपुर के टांडा-दसूहा में नदी के किनारे बसे गांवों में फसलों अभी भी जलमग्न

-होशियारपुर
पंजाब में पौंग बांध से पानी की निकासी में कमी के कारण जिला होशियारपुर के टांडा और दसूहा उपविभागों में नदी किनारे के निचले गांवों में पानी का स्तर कम हो गया है, लेकिन खड़ी फसलें अभी भी जलमग्न हैं। कई गांवों में धान, गन्ना और मक्के के खेत अभी भी पानी में डूबे हुए हैं, जिनमें टांडा के गंधोवाल, रारा मंड, तल्ही, सलेमपुर, अब्दुल्लापुर, मेवा मिआनी और फत्ता कुल्ला, और मुकेरियां के मोतला, हलेर जनार्दन, सानियाल, कोलियान, नौशहरा और मेहताबपुर सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। अधिकारियों के अनुसार, सोमवार शाम पौंग बांध का जलस्तर 1,390.84 फुट दर्ज किया गया, जो एक दिन पहले 1,392.20 फुट था। रविवार को 36,968 क्यूसेक की तुलना में अंतर्वाह घटकर 34,879 क्यूसेक रह गया, जबकि रविवार शाम को 90,000 क्यूसेक की तुलना में बहिर्वाह घटकर लगभग 65,000 क्यूसेक रह गया।
उपायुक्त आशिका जैन ने बताया कि 203 गांव बाढ़ प्रभावित घोषित किए गए हैं, जिनमें गढ़शंकर में 55, मुकेरियां में 35, टांडा में 27, दसूया में 29 और होशियारपुर में 57। लगभग 8,322 हेक्टेयर कृषि भूमि प्रभावित हुई है। अब तक 2,702 लोग प्रभावित हुए हैं, जिनमें से 1,615 को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। चार राहत शिविरों में 921 लोग रह रहे हैं। इस आपदा में 17 पक्के घरों सहित 59 कच्चे घर नष्ट हो गए हैं, 114 गंभीर रूप से और 175 आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। ग्यारह मवेशी शेड और एक दुकान को भी नुकसान पहुंचा है। सार्वजनिक बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान हुआ है, 101 किलोमीटर लोक निर्माण विभाग संपर्क सडक़ें, 54 किलोमीटर लोक निर्माण विभाग योजना सडक़ें और 117 किलोमीटर मंडी बोर्ड की सडक़ें बह गयीं या यातायात के लिए अनुपयुक्त हो गई।