राजनीतिक संघर्ष में न घसीटे जाएं नौकरी देने वाले

नई दिल्ली
संसद में अडानी के मुद्दे पर चल रहे हंगामे के बीच सद्गुरु जग्गी वासुदेव का कहना है कि संसद को जंग का मैदान नहीं बनाना चाहिए और वहां चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने एक्स पर लिखा है कि यह दिल दुखाने वाला है कि भारत की संसद में लगातार हंगामा जारी है। खासतौर पर तब जब हम पूरी दुनिया को लोकतंत्र की राह दिखाते हैं और हमें एक उम्मीद की तरह देखा जाता है। भारत में संपदा तैयार करने वालों और नौकरी देने वालों को राजनीतिक संघर्ष में नहीं घसीटना चाहिए। वे राजनीतिक वाद-विवाद का हिस्सा नहीं होने चाहिए।
इसके आगे वह लिखते हैं कि यदि किसी भी तरह का मतभेद है तो फिर उसे नियमों के दायरे में रहकर ही सुलझा लेना चाहिए, लेकिन इस पर राजनीतिक फुटबॉल नहीं खेलनी चाहिए। सबसे अहम बात यह है कि भारत में कारोबार फलने-फूलने चाहिए। यही एक मात्र रास्ता है, जिससे भारत भव्य भारत बन सकेगा।