मुडा केस में ईडी की कार्रवाई, सिद्दारमैया की करोड़ों की प्रॉपर्टी जब्त

ईडी ने कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया की 300 करोड़ कीमत की अचल संपत्तियां जब्त की हैं। जांच एजेंसी ने कुल 142 प्रॉपर्टियां सीज की हैं। ये एक्शन मुडा से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में लिया गया है। ईडी की ओर से जारी बयान में कहा गया कि जब्त की गई संपत्तियां अलग-अलग लोगों के नाम पर रजिस्टर्ड हैं। ये लोग रियल एस्टेट व्यवसायी और एजेंट के तौर पर रूप में काम कर रहे हैं। सिद्धारमैया की पत्नी को मुडा की ओर से मुआवजे के तौर पर मिले विजयनगर के प्लॉट की कीमत कसारे गांव की उनकी जमीन से बहुत ज्यादा है। स्नेहमयी कृष्णा ने सिद्धारमैया के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। इसमें उन्होंने सिद्धारमैया पर मुडा साइट को पारिवारिक संपत्ति का दावा करने के लिए डॉक्युमेंट्स में जालसाजी का आरोप लगाया गया है।
1998 से लेकर 2023 तक सिद्धारमैया कर्नाटक में डिप्टी सीएम या सीएम जैसे प्रभावशाली पदों पर रहे। भले ही सीधे तौर पर वे इस घोटाले से न जुड़े हों, लेकिन उन्होंने अपने पावर का इस्तेमाल कर करीबी लोगों की मदद की। सिद्धारमैया की पत्नी पार्वती के भाई मल्लिकार्जुन ने साल 2004 में डेनोटिफाई तीन एकड़ जमीन अवैध रूप से खरीदी थी। 2004-05 में कर्नाटक में फिर कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की सरकार में सिद्धारमैया डिप्टी सीएम थे। योजना के तहत, जिन लैंड ओनर्स की भूमि मुडा द्वारा अधिग्रहित की गई है। उन्हें मुआवजे के रूप में अधिक मूल्य की वैकल्पिक साइटें आबंटित की गई हैं। साथ ही रियल एस्टेट एजेंट्स को भी इस स्कीम में जमीन दी गई है। भूमि आबंटन घोटाले का खुलासा एक आरआईटी एक्टिविस्ट ने करते हुए कहा कि पिछले चार वर्षों में 50:50 योजना के तहत 6,000 से अधिक साइटें आबंटित की गई हैं।