ऑपरेशन सिंदूर रोकने का फैसला मास्टर स्ट्रोक, भारतीय सेना केंद्र सरकार के फैसले के साथ, बताई वजह

नई दिल्ली-बीते मई के महीने में भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसे हालात के बीच बढ़त के बीच भारत का सीजफायर के लिए तैयार हो जाना, भले ही विपक्ष और सेना के कुछ रिटायर्ड अधिकारियों का रास नहीं आ रहा है, लेकिन अब भारतीय सेना ने सरकार केइस कदम को मास्टर स्ट्रोक बताया है। भारत के डिप्टी आर्मी चीफ राहुल आर सिंह ने भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर को सटीक सैन्य कार्रवाई बताते हुए कहा कि भारत ने सभी कार्रवाइयोंं को योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया। लेफ्टिनेंट जनरल राहुल आर सिंह फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) द्वारा आयोजित ‘न्यू एज मिलिट्री टेक्नोलॉजीज’ कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए ऑपरेशन सिंदूर शुरू करने से लेकर खत्म करने तक के फैसले को एक सोची समझी रणनीति का हिस्सा बताया। डिप्टी चीफ ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर को रोकने का फैसला मास्टर स्ट्रोक था।
उन्होंने कहा कि यह तय किया गया था कि जब भी हमला हो, हमें उनसे आगे रहना है। हालांकि यह भी योजना थी कि अपने लक्ष्यों को पूरा करने के बाद हम इस जंग को रोकने की कोशिश करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि युद्ध शुरू करना आसान है, लेकिन इसे नियंत्रित करना बहुत मुश्किल होता है। इसलिए मैं कहूंगा कि सही समय पर इस संघर्ष को रोकना एक शानदार योजना थी। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि इस कार्रवाई में जानबूझकर सेना, वायु सेना और नौसेना तीनों को शामिल किया गया, ताकि यह संदेश दिया जा सके कि हम एक हैं। उन्होंने कहा कि भारत ने 21 टारगेट को फाइनल किया था, जिनमें से नौ लक्ष्यों पर हमला करना हमारे लिए समझदारी भरा कदम था। उन्होंने कहा कि टारगेट का चयन करने के लिए तकनीक की भी मदद ली गई थी।