दुनिया के किसी नेता ने ऑपरेशन सिंदूर रोकने के लिए नहीं कहा, राहुल के सवाल पर PM का जवाब

संसद में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राहुल गांधी के सवाल के जवाब में कहा कि दुनिया के किसी भी नेता ने ऑपरेशन सिंदूर रोकने को नहीं कहा था। अमरीका के उपराष्ट्रपति ने मुझे फोन पर बताया कि पाकिस्तान बहुत बड़ा हमला करने वाला है और मेरा जवाब था कि अगर पाकिस्तान का यह ईरादा है, तो उनको बहुत महंगा पड़ेगा। हम बड़ा हमला करके जवाब देंगे। आगे मैंने कहा था कि हम गोली का जवाब गोले से देंगे।
यह नौ तारीख की बात है और नौ तारीख रात और 10 तारीख सुबह हमने पाकिस्तान की सैन्य शक्ति को तहस-नहस कर दिया था। यही हमारा जवाब था और यही हमारा जज्बा था। उन्होंने आगे कहा कि नौ मई की मध्य रात्रि और दस मई की सुबह हमारी मिसाइलों ने पाकिस्तान के कोनों में प्रहार किया और पाकिस्तान को घुटनों पर आने के लिए मजबूर किया। जब पाकिस्तान पर कड़ा प्रहार हुआ, तो पाकिस्तान ने फोन करके डीजीएमओ के सामने फोन करके गुहार लगाई कि बस करो, बहुत मारे। अब ज्यादा मार झेलने की ताकत नहीं है। प्लीज हमला रोक दो। भारत ने तो पहले दिन ही कह दिया था कि हमने हमारा लक्ष्य पूरा कर दिया है, अगर अब कुछ करोगे, तो महंगा पड़ेगा। भारत की स्पष्ट नीति थी, सेना के साथ मिलकर तय की गई नीति थी कि उनके आकाओं का ठिकाना हमारा लक्ष्य है। पीएम मोदी ने कहा कि 10 मई को भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत हो रहे एक्शन को रोकने की घोषणा की, इसे लेकर यहां भांति-भांति की बातें की गईं। यह वही प्रोपेगेंडा है, जो सीमा पार से यहां फैलाया गया है।
कुछ लोग सेना द्वारा दिए गए तथ्यों की जगह पाकिस्तान के झूठे प्रचार को आगे बढ़ाने में जुटे हुए थे, जबकि भारत का रूख हमेशा स्पष्ट रहा था। लोकसभा में नरेंद्र मोदी ने कहा कि अब पाकिस्तान भी भली-भांति जान गया है कि भारत का हर जवाब पहले से ज्यादा तगड़ा होता है। उसे यह भी पता है कि अगर भविष्य में नौबत आई, तो भारत आगे कुछ भी कर सकता है। इसलिए मैं फिर से लोकतंत्र के इस मंदिर में दोहराना चाहता हूं कि ऑपरेशन सिंदूर जारी है। उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान ने दुस्साहस की अगर कल्पना की, तो उसे करारा जवाब दिया जाएगा। आज का भारत आत्मविश्वास से भरा हुआ है। आज का भारत आत्मनिर्भरता के मंत्र को लेकर पूरी शक्ति के साथ तेज गति से आगे बढ़ रहा है। देश देख रहा है कि भारत आत्मनिर्भर बनता जा रहा है, लेकिन देश यह भी देख रहा है कि एक तरफ तो भारत आत्मनिर्भरता की ओर आगे बढ़ रहा है, लेकिन कांग्रेस मुद्दों के लिए पाकिस्तान पर निर्भर होती जा रही है।