पंजाब में अकाली दल दोफाड़

अमृतसर-पंजाब की पंथक राजनीति में सोमवार को बड़ा बदलाव हुआ और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) दोफाड़ हो गया। अकाल तख्त की भर्ती कमेटी ने नई पंथक पार्टी का गठन किया है, जिसका लीडर पूर्व जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह को बनाया गया है। वहीं, बीबी सतवंत कौर को पंथक कमेटी का चेयरपर्सन घोषित किया गया है। पांच मेंबरी कमेटी ने एक पंथक और दूसरा सियासी धड़ा बनाया है। सियासी पार्टी को प्रधान ज्ञानी हरप्रीत सिंह संभालेंगे। वहीं, बीबी सतवंत कौर पंथक कमेटी को संभालेंगी। दोनों अलग-अलग काम करेंगे। ये धड़े सुखबीर बादल की सियासी पार्टी शिरोमणि अकाली दल और पंथक शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी (एसजीपीसी) के समानांतर काम करेंगे। इस मौके पर ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि बादल कोई चुनौती नहीं है।
अकाल तख्त ने बागी गुट के साथ मिलकर बुर्ज अकाली बाबा फूला सिंह गुरुद्वारे में पंथक इक_े किए थे, जिसमें सदस्यता अभियान पूरा होने के बाद नए प्रधान की घोषणा की गई। सूत्रों के अनुसार, नई पार्टी की कमान ज्ञानी हरप्रीत सिंह के हाथ में जाने से सुखबीर बादल की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। नई पार्टी शिअद के संविधान को अपनाकर चुनाव आयोग के सामने खुद को असली अकाली दल के रूप में प्रस्तुत करेगी, जिससे सुखबीर बादल के नेतृत्व वाली पार्टी को सीधी चुनौती मिलेगी। हालांकि, अकाली दल (बादल) का कहना है कि धर्म को जोडऩा संविधान के खिलाफ होगा और इससे उनकी मान्यता खतरे में पड़ सकती है।