भाखड़ा-ब्यास डैम में पानी की स्थिति नियंत्रण में, अगर बांध न होते तो जून में ही आ जाती बाढ़

चंडीगढ़
भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (बीबीएमबी) के चेयरमैन मनोज त्रिपाठी ने चंडीगढ़ स्थित अपने कार्यालय में शुक्रवार को आयोजित एक प्रेस वार्ता में कहा कि बोर्ड के तहत दो डैम संचालित होते हैं। इस बार पीछे से काफी अधिक पानी आया है। भाखड़ा डैम में इस बार 9.11 बीसीएम पानी आया है, जो इससे पहले 1988 में दर्ज किया गया था। चेयरमैन ने कहा कि डैम में अब स्थिति नियंत्रण में है और घबराने की कोई बात नहीं है। उन्होंने बताया कि ब्यास नदी में इस बार पहले की तुलना में बहुत ज्यादा पानी आया है। ब्यास में इस बार 11.70 बीसीएम पानी आया, जबकि 2023 में 9.52 बीसीएम पानी आया था। इसी तरह चेयरमैन मनोज त्रिपाठी ने कहा कि पानी छोड़ने से पहले निचले इलाकों की स्थिति देखनी पड़ती है। इसके लिए एक कमेटी है जिसमें चारों राज्यों के मुख्य अभियंता शामिल होते हैं। ब्यास डैम से लगातार थोड़ा-थोड़ा पानी छोड़ा जा रहा है और संबंधित जिलों को पहले से जानकारी दी जाती है।
उन्होंने बताया कि यदि ये दोनों डैम न होते तो जून में ही बाढ़ आ जाती। बीबीएमबी से जब भी पानी छोड़ा जाता है, तो कमेटी की सहमति से फैसला होता है। साथ ही डैम की सुरक्षा भी सर्वोच्च प्राथमिकता है।