नेपाल के बाद अब फ्रांस में बवाल, सरकार के खिलाफ एक लाख लोग सडक़ों पर, 80 हजार पुलिसकर्मी तैनात

नेपाल में उग्र प्रदर्शन के बाद सरकार की बेदखली के बाद परिस्थितियां नियंत्रण में आने लगी हैं, तो वहीं अब फ्रांस में सरकार के विरोध में प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। बजट में कटौती के खिलाफ और राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के इस्तीफे की मांग को लेकर एक लाख से ज्यादा लोग बुधवार को सडक़ पर आ गए। प्रदर्शनकारियों ने रेन शहर में एक बस को आग लगा दी। दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र में एक बिजली लाइन को नुकसान पहुंचने के बाद ट्रेन सेवाएं रोक दी गईं। पेरिस में 105 आगजनी की घटनाएं दर्ज हुईं हैं। संघर्ष में चार सुरक्षाकर्मी हल्के रूप से घायल हुए। गृह मंत्री ने प्रदर्शनकारियों पर विद्रोह का माहौल बनाने की कोशिश करने का आरोप लगाया। फ्रांस बंद का आह्वान लेफ्ट पार्टियों ने किया है।
इस प्रदर्शन को ब्लॉक एवरीथिंग नाम दिया गया। सरकार ने 80 हजार पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया है। अब तक 300 से ज्यादा उपद्रवी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। ये प्रदर्शन ऐसे समय हो रहे हैं, जब फ्रांस के नए प्रधानमंत्री, सेबास्टियन लेकोर्नू अपना कार्यभार संभालने जा रहे हैं। एक दिन पहले फ्रांस्वा बायरू ने अविश्वास प्रस्ताव पारित होने के बाद राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को अपना इस्तीफा सौंप दिया था। फ्रांस में जारी सरकार विरोधी प्रदर्शनों को वामपंथी राजनीतिक दलों का भी समर्थन मिल रहा है।