नादौन में प्रवासी बच्चे का अपहरण

नादौन-जिला शिमला में तीन बच्चों के अपहरण की घटना के बाद जिला हमीरपुर के नादौन में रविवार को 12 साल के एक प्रवासी बच्चे के अगवा होने की खबर से पूरे जिला में हडक़ंप मचा रहा। बच्चे के अपहरण की घटना को अंजाम देने वाले स्थानीय युवा बताए जा रहे हैं। अपहरणकर्ता जिस बच्चे को अगवा करने आए थे उसकी जगह वे किसी दूसरी बच्चे को उठाकर ले गए। हालांकि रात को जब उन्हें गलती को एहसास हुआ, तो उन्होंने बच्चे को छोड़ दिया। जिसके बच्चे को उठाने की प्लानिंग की गई थी उसका नाम बिरजू साहनी है जो कि मूल रूप से बिहार के दरभंगा जिला का रहने वाला है वह यहां ठेकेदारी करता है, जबकि जिसके बच्चे को उठाया गया उसका नाम सरोज है और मेहनत मजदूरी करता है।
यह दोनों ही प्रवासी हैं। स्थानीय तीन युवाओं पर सारे घटनाक्रम का शक जाहिर किया है। उनको सीसीटीवी में भी देखा गया है। प्रवासी बिरजु साहनी जो ठेकेदारी का काम करता है, शहर के वार्ड-एक में अस्पताल के निकट झुग्गी में रहता है। रविवार शाम को कुछ युवा वहां पहुंच कर बिरजु के बेटे के बारे पूछताछ कर रहे थे। जैसे ही अंधेरा होने लगा तो युवाओं ने वहां खेल रहे बच्चों में से एक को उठा लिया।
हाथ-पैर बांध कर बाइक पर ले गए अपहरणकर्ता
बच्चे ने बताया कि उसके हाथ-पैर बांधकर और मुंह दबाकर बाइक पर बिठाया गया। बाइक सवारों ने अपने मुंह ढके हुए थे और वह उसे निर्माणाधीन फोरलेन की ओर ले गए जहां उससे मारपीट की। बच्चे के अनुसार उसे इंजेक्शन नुमा कोई चीज भी चुभाई गई जिससे उसके मुंह पर सूजन आ गई। रात करीब नौ बजे अपहरणकर्ताओं ने बच्चे से उसके पिता का नाम पूछा तो उसने बताया कि वह सरोज का बेटा है। अपहरण कर्ताओं को एहसास हुआ और उन्होंने बच्चे को छोड़ दिया।